विवरण: एक दिवंगत दादाजी अपने बेटे के घर जाते समय प्रलोभन के आगे झुक जाते हैं और अपनी युवा, एशियाई बहू को आकर्षित करते हैं। उनका भावुक मुठभेड़ तब सामने आता है जब वह उत्सुकता से उसका बदला लेती है, मौखिक सुखों में लिप्त होती है और बूढ़े आदमी को चरमोत्कर्ष पर ले जाती है।